श्रेष्ठ नौकरी
श्रेष्ठ एवं सरकारी नौकरी के लिए विशेष निम्न बातों पर ध्यान दिया जाता है।
1- दशम भाव के स्वामी एवं दशम भाव की स्थिति अच्छी होनी चाहिए ।
2- दशम भाव पर सूर्य, मंगल या गुरु का प्रभाव।
3- भाग्य भाव की स्थिति अच्छी होनी चाहिए ।
4 - षष्ट भाव को नौकरी का भाव माना जाता है ।
♦️ दशम भाव का स्वामी गुरु षष्ट भाव में विराजमान है परंतु राहु इत्यादि से पीड़ित नहीं है ।
ऐसे व्यक्ति स्वयं का व्यवसाय करें तो पूर्ण सफलता प्राप्त नहीं होती है परंतु नौकरी में बहुत अच्छी सफलता प्राप्त होती है । गुरु यहां से दशम भाव में स्वयं की राशि में देख रहे हैं ।
सरकारी नौकरी के कारक सूर्य किसी ग्रह से पीड़ित नहीं है ।
षष्ट भाव का स्वामी मंगल स्वयं की भाव में दृष्टि डाल रहे हैं एवं दशम भाव पर भी दृष्टि डाल रहे हैं।
भाग्येश शनि स्वराशि में विराजमान है ।
दशम भाव में चंद्रमा विराजमान है एवं उस पर गुरु की दृष्टि से यह भी एक श्रेष्ठ योग हैं रोजगार के लिए। ऐसे व्यक्ति नौकरी में उच्च अधिकारी होते हैं ।
👉 प्रत्येक कुंडली में अच्छे बुरे दोनों योग होते हैं । इस कुंडली में कुछ परेशानी के भी योग हैं लेकिन हमारा मुख्य उद्देश्य नौकरी पर था । मंगल एवं शनि का एक दूसरे पर दृष्टि डालना , मंगल पर केतु की दृष्टि इत्यादि।
_ज्योतिष कोई परमात्मा नही यह आपका मार्ग दर्शक है_
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श्री वैदिक ज्योतिष अनुसन्धान
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